चीन में मुसलमानों को लेकर हुनूदी चैनल व हुनूद हमेशा दुष्प्रचार करते हैं… इनका मकसद होता है कैसे भी करके भारत में मुसलमान को हीन भावना का शिकार बनाना जबकि हकीकत यह है कि चीन में इस्लाम को मानने पर कोई मनाही नहीं है, रोजा-नमाज पर कोई पाबंदी नहीें है, दुनिया के तमाम "सेकुलर" देशों की तरह चीन में भी धर्म को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन करने (जैसे भारत में हर दो दिन पर धार्मिक जुलूस/यात्रा निकाला जाता है) पर सभी धर्मों पर प्रतिबंध है… यह प्रतिबंध अमेरिका में भी है और दूसरे कई देशों देश में भी है… हां, ईस्ट-तुर्कमेनिस्तान (उइगर) का मामला ठीक भारत प्रशासित कश्मीर की तरह है, क्योंकि ईस्ट-तुर्कमेनिस्तान (उइगर) कभी एक आज़ाद हुआ करता था, ईस्ट-तुर्कमेनिस्तान (उइगर) में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी है… ईस्ट-तुर्कमेनिस्तान (उइगर) के मुसलमानों का मानना है कि ईस्ट-तुर्कमेनिस्तान (उइगर) पर चीन का अवैध कब्जा है जैसे कश्मीर के मुसलमान मानते हैं…